कुल पेज दृश्य

मंगलवार, 30 सितंबर 2014

अकार 39 में- नामवर सिंह के जीवन के कुछ अनुद्धाटित तथ्य


नामवर सिंह के जीवन के कुछ अनुद्धाटित तथ्य
http://sangamankar.com/index.php?option=com_content&view=article&id=248&Itemid=692
1960 का नामवर सिंह से जुड़ा यह गोपनीय सरकारी पत्र व्यवहार हमें'नेशनल आर्काइव' से प्राप्त हुआ है। यह पत्र व्यवहार नामवर जी के शुरूआती जीवन की एक पूरी छवि देता है। उनकी वैचारिकता, कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति प्रतिबध्दता और सक्रियता का प्रमाण भी है। सागर विश्वविद्यालय में नामवर जी की हिंदी के असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति तथा आगे उसे स्थायी करने के प्रति तत्कालीन वाइस चांसलर डी.पी. मिश्रा का पत्र बेहद ध्यान से पढ़े जाने की मांग करता है। इसी तरह सीआईडी रिपोर्ट भी । ये दोनों दस्तावेज नामवर जी के एक प्रतिबध्द, समर्पित,सक्रिय कम्युनिस्ट होने का प्रमाण हैं और इसका भी, कि कांग्रेसी सरकार, विशेष रूप से डी.पी. मिश्रा, किस तरह कम्युनिस्टों के प्रति सोचते और व्यवहार करते थे। …..
पूरा पढ़ें....
http://sangamankar.com/index.php




बुधवार, 3 सितंबर 2014

विकल्प विमर्श पत्रिका का विशेषांक

विकल्प विमर्श पत्रिका द्वारा साहित्य पर केन्द्रित विशेषांक का प्रकाशन किया जा रहा है । इस विशेषांक के लिए युवा / नए रचनाकारों सहित सभी रचनाकारों से कविता, कहानी,रम्य रचना, निबंध,कला, रंगमंच संगीत पर आलेख एवं आलोचनात्मक आलेख आमंत्रित किए जाते हैं । रचना भेजने के लिए कोई उम्र का बंधन नहीं है । रचनाकारों से अनुरेध है कि वे अपनी चुनिंदा , स्तरीय एवं अप्रकाशित रचनाएं ही प्रेषित करें। कविताएं अधिकतम पांच ही भेजें जिससे चयन में सुविधा हो । हास्य कविताएं स्वीकार नहीं की जायेंगी । कहानी/ आलेख एक ही भेजें। रचना के साथ फोटो सहित अपना संक्षिप्त परिचय  भी भेजें तो बेहतर होगा ।






रचनाएं   Krutidev 010 Font या  Bhaskar Font में टाइप कर हमारे
Email- vikalpvimarsh@gmail.com पर भेज सकते हैं ।
यदि आप हस्तलिखित भेजना चाहें तो निम्न पते पर डाक से भेज सकते हैं -
प्रति,
संपादक
विकल्प विमर्श
       87, निगम कॉलोनी, अग्रसेन चौक
       रायपुर- 492001 (छ.ग.)
रचना की एक प्रति आप अपने पास सुरक्षित रखें क्योंकि अस्वीकृत रचनाओं को वापस भेज पाना संभव नहीं होगा ।
रचना भेजने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2014 है।


संपादक   

मंगलवार, 2 सितंबर 2014

विकल्प विमर्श में इस हफ्ते-






विकल्प विमर्श में इस हफ्ते-

(नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें..)
आलेख
जनता तलाश लेगी रास्ता---प्रभाकर चौबे
नरेन्द्र मोदी की बेलगाम भाषा के खतरे- जगदीश्चवर चतुर्वेदी
भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष का इतिहास बोध
ईराक: बुश और ब्लेयर द्वारा पैदा किया गया संकट--- एन्ड्रयू मुरे 

विमर्श-
अभिमन्यु की आत्महत्या -- राजेंद्र यादव
संगीत मेरे परिवार में नहीं:--- प्रियदर्शिनी कुलकर्णी

http://www.vikalpvimarsh.in/moremanoranjan.asp?Details=4759